जादुई कंचे
गुड्डू : द सुपर हीरो की कहानी
[ जादूई कंचे ]
पार्ट (12)
Recap.........
गुड्डू को अब पूरा यकीन हो गया था ये काम हुकाला ने उस जादूई कंचे की मदद से तब्दीली लेकर अपने चेलों के साथ किया था ।
अब आगे ........✍️
गुड्डू ने तुरंत ही अलबेला को बुलाया और कहा -
अलबेला ! जल्दी अपने इल्म जादूई कंचे की मदद से पता करो 00085 नंबर की गाड़ी कहां खड़ी है ?
अलबेला तुरंत ही तैयार हो गया उसने झट से अपनी कमर पर लगी शीशी से हाथ लगाया और कंचा हाथ मे आ गया जिसे देखकर अलबेला ने कहा - 00085 नंबर की लैंडिंग गाड़ी का इल्म हासिल हो ।
और फिर अलबेला के सामने एक स्क्रीन बन गई जिसमे हुकाला और उसके दोनो चेले उस गाड़ी में से लूटा हुआ माल उतारते हुए दिखाई दे रहे थे पीछे एक ऊंची सी सड़क दिखाई दे रही थी जिस पर गाड़ियां दौड़ रहीं थीं जैसे कोइ पुस्ता रोड हो और फिर वह उस रोड के सामने पड़े दो चार खाली प्लाट में से एक प्लाट में घुस गए जिसमे एक खुफिया रास्ता बना हुआ था वह उसमे जाते दिखाई दिए ।
गुड्डू ने कहा- ठीक है अलबेला ! मैं जानता हूं यह जगह कहां? पर है यह मूंगा नगर के पश्चिमी छेत्र शेरपुर के पास पड़ती है सब मिलकर मुझे पकड़ लो अब वक्त आ गया है कि हुकाला को रंगे हाथो पकड़ा जाए आज उसे हमसे सामना करना ही होगा ।
टीम के सभी साथी गुड्डू को अगल और बगल से पकड़ कर खड़े हो जाते है और तोता मिठ्ठू गुड्डू की कंधे वाली साइड पर कपड़े में पंजा गड़ाए बैठ जाता है गुड्डू ने अपने रफ्तार जादूई कंचे को निकाला और कहा चलो और थोड़ा चलते ही जादूई कंचे की तरफ देखते हुए जोर से "उड़ानी रफ्तार " बोला और
एक दम से गुड्डू की रफ्तार बड़ गई और वह हवा की सैर में उड़ता चला गया और सीधा टीम को लेकर मूंगा नगर से सटे छेत्र शेरपुर में पुस्ते के पास उत्तरा।
चलो अब जरा उन खाली प्लाट वाली जगह को ढूंढते है
जहां से हुकाला डकैती का माल छुपाने जा रहे थे चलते चलते दो तीन खाली प्लाट दिखाई दिए लेकिन उनमें किसी भी तरह का खुफिया रास्ता या कोइं सामान आदि दिखाई नही दिया ।
गुड्डू ने अलबेला को तीनो प्लाट का इल्म हासिल करने को कहा - अलबेला ने तुरंत इल्म जादूई कंचे को हाथ में रखकर कहा - तीनो प्लाट का खुफिया दरवाजा इल्म हासिल हो
अलबेला के सामने एक स्क्रीन बन गई और उसमे तीनो वही प्लाट दिखाई दे रहे थे और उस बीच वाले प्लाट में खुफिया रास्ता स्क्रीन बता रही थी लेकिन रास्ता दिखाई नही दे रहा था
अलबेला ने स्क्रीन बंद की ।
गुड्डू और उसकी सुपर टीम उस खुफिया रास्ते को खोजने के लिए बीच वाले प्लाट में चली गई जहां पर चारो दीवारो के अलावा कुछ दिखाई नहीं दे रहा था ।
गुड्डू ने अपने दिमाग से आइडिया लगाया हो वो खुफिया रास्ता यही है तब एक दीवार के पास आकर गुड्डू ने पिंटू को आदेश दिया कि अपनें जादूई कंचे का इस्तेमाल करो और इस दाई दीवार को तोड़ो।
पिंटू ने अपने जादूई कंचे को हाथ में रखकर कहा ताकत आ और फिर एक मुक्का दीवार में मारा दीवार दूसरी प्लाट की तरफ गिर गई लेकिन खुफिया रास्ता न मिला ।
गुड्डू पिंटू को बाई दीवार पर ले गया और तोड़ने का आदेश दिया पिंटू ने फिर वैसा ही किया और बाई दीवार भी गिरा दी लेकिन कुछ नही मिला गुड्डू ने हार नहीं मानी और फिर आखिरी बार सामने वाली दीवार रह गई थी ।
इसे भी तोड़ना था इससे पहले कि पिंटू दीवार गिराता अलबेला बोला - छोड़ो क्यों अपना वक्त खराब कर रहे हो कहीं और ढूढते है ।
इतने में पिंटू ने फिर वैसा ही किया एक जोर दार मुक्का सामने वाली दीवार पर मारा तो दीवार टूट कर गिर गई जिसमे खुफिया रास्ता बना हुआ था ।
" देखा जादूई कंचो की ताकत का इस्तेमाल " पिंटू ने कहा।
" हा हा हा हंसते हुए चलो अब अंदर चलते है" गुड्डू ने कहा । गुड़िय, अलबेला और तोता मिठ्ठू तीनो पीछे चल रहे थे आगे गुड्डू और पिंटू चल रह थे चलते चलते वह हुकाला के अड्डे तक पहुंच गए ।
जहां हुकाला हाहहहहहहा हा हा हा हा हा हा खूब हंस रहा था
और चेले झिमकू, झेला भी खूब हंस रहे थे । उनके हाथ इतना माल जो लग गया था कि बुढ़ापा आसानी से गुजारा जा सकता था ।
उधर जनता पुलिस स्टेशन पर एकत्रित हो गई जिन जिन लोगो के घरों में चोरी हुई, डकैती हुई और हुकाला ने रूप बदलकर जो घिनौनी हरकत की जिससे लोगो को बेवकूफ बना कर माल हड़प लिया सभी अपनी अपनी शिकायते लेकर पुलिस स्टेशन के बाहर खड़े यही नारा लगाए जा रहे थे कि " चोरों को पकड़ो , इंसाफ करो "
पुलिस हेड ऑफिसर ने सभी को आश्वासन (भरोसा ) दिलाया कि जल्द ही वह चोर पकड़ा जाएगा आप अपने अपने घर जाए हम दो चार दिन में चोर डकेतो को जरूर पकड़ लेंगे पुलिस द्वारा मिले आश्वासन से जनता अपने अपने घर को चली जाने लगी ।
इधर गुड्डू अपनी सुपर टीम के साथ हुकाला के अड्डे पर पहुंचा और छिपकर देखने लगे कि अंदर क्या चल रहा था
अंदर चोरी का सोफा एक साइड रखा हुआ था । लूटे हुए जेवर के पड़े खाली बॉक्स एक तरफ पड़े थे इन बॉक्स के जेवर हुकाला ने एक बैग में भर लिए थे जिसे बाजार में कम कीमत में बेचकर धन दौलत इकठ्ठा कर सके ।
ऐसे बहुत से चोरी किए हुए सामान वहां इकठ्ठे पड़े दिखाई। दे रहे थे ।
जिस जगह से गुड्डू छिपकर हुकाला और उसके दोनो चेलों को देख रहा था वही पर रास्ते में एक कांच की बोतल पड़ी हुई थी जिसमे गुड्डू का पैर लगकर बोतल आवाज करती हुई सरक गई और बोतल की आवाज जब हुकाला के कानो में गई तो वह चौकन्ना हो गया ।
" लगता है कोई है झिमकु जरा जाकर देखो " हुकाला ने झिमकू से कहा ।
झिमकु बोला " अभी देखता हूं "
झिमकू जैसे ही उस और गया और देखा गुड्डू ने एक जोर दार पंच ( मुक्का ) मारा झिमकू, हुकाला के पास जा गिरा
हुकाला की हंसी रुक गई , झेला भी डर गया और झिमकू हुकाला से बोला - मालिक वो गुड्डू फिर से आ गया ( डरते हुए ) अपनी सुपर टीम के साथ ।
और फिर गुड्डू और उसकी सुपर टीम हुकाला के सामने आ गई ।
हुकाला इस वक्त अपने असली रूप में ही था उसने गुड्डू को देख बोला - आओ गुड्डू आओ , अच्छा हुआ तुम खुद ही चले आए , अब तुम नही बचोगे ।
दो कदम चलने के बाद हुकाला ने झिमकू और झेला से बोला पकड़ लो इन्हे बचकर न जा पाए कोई भी।
झेला कमर के पीछे जेब में से चाकू निकालता हुआ आता है
और गुड्डू पर वार किया । गुड्डू ने तुरंत लात घुमा कर झेला के चाकू वाले हाथ में दे मारी और चाकू दूसरी साइड जा गिरा और फिर उल्टे हाथ से मुंह पर मुक्का दिया झेला बाई और जाकर गिरा जिसे बाद में अलबेला ने लात घूंसे मारने के लिए पकड़ लिया ।
इसके बाद झिमकू भी खड़ा होकर पीछे से गुड्डू पर वार करना चाहा तो पिंटू ने उसे घेर लिया और अब हुकाला को गुड्डू ने घेर लिया था और जंप लेते हुए हुकाला में एक लात दी जिससे हुकाला हिल कर पीछे हो गया ।
अब गुड्डू और हुकाला एक दूसरे को कंधे से कंधा पकड़ कर एक दूसरे को धक्का देने में जोर लगा रहे थे किंतु
गुड्डू से पहले ही हुकाला एक लात से गुड्डू को पीछे धकेल देता है और फिर कूद पड़ा गुड्डू के ऊपर लेकिन गुड्डू हट गया ।
इधर झेला के सर पर तोता मिठ्ठू अपनी चोंच मार मार कर उसे सबक सीखा रहा था सामने से अलबेला झेला को डंडा दिखाते हुए बैठा था कि हिलना मत, गुड़िया भी वही खड़ी थी
पिंटू झिमकू से दो दो हाथ करने में लगा था । खूब लड़ाई चल रही थी कभी हुकाला मारता पंच, कभी गुड्डू पंच मारता,
गुड्डू ने मौका देखकर हुकाला की कमर पर लगी शीशी से तब्दीली कंचा निकालना चाहा लेकिन हुकाला झटक देता ।
इसी तरह से लड़ते लड़ते हुकाला जब अंदर बाहर आने जाने के खुफिया रास्ते के पास आया उसने भागना सही समझा और मौका देखते ही दोनो चेलों को पीटता छोड़ वह भाग खड़ा हुआ बाहर निकलते ही एक अन्य कार चालक का रूप लेकर एक गाड़ी में बैठ गया ।
इधर गुड्डू हुकाला को देखने पीछे पीछे खुफिया रास्ते से बाहर आया तब तक वह तब्दीली लेकर एक गाड़ी में बैठ गया था ।
गुड्डू ने तुरंत हेड पुलिस अफसर को कॉल किया और बताया कि मूंगा नगर से लूटा हुआ माल भी उस हुकाला के अड्डे शेरपुर चौक के पुसते के सहारे पड़े खाली तीन प्लाट में से बीच वाले प्लाट में था और जब तक मत छोड़ना तब तक हुकाला ना पकड़ा जाए ,आप जल्दी आए ।
इधर पिंटू ने झिमकू को चलने लायक नही छोड़ा और अलबेला ने भी झेला को खूब उलझाए रखा ।
पुलिस आई और झिमकू झेला को लूटे हुएं सामान के साथ पकड़कर ले गई ।
और फिर गुड्डू की सुपर टीम बहर आ गई । बाहर गुड्डू खड़ा यह सोच रहा था कि प्लाट से निकलते ही इतनी जल्दी हुकाला गायब कहां हो गया जबकि हुकाला वही थोड़ी सी दूर खड़ी गाड़ी में बैठा हुआ सब देख रहा था ।
बैठे बैठे सोचने लगा कि मुझे अब दस बारह चेले और बुलाने पड़ेंगे ये दोनो झिमकू और झेला वाकई किसी काम के नही ।
हुकाला गाड़ी लेकर गुड्डू के सामने से मुस्कुराता हुआ निकला
गुड्डू की नजर भी हुकाला पर पड़ गई जिस तरह से उसने गुड्डू को हंसते हुए देखा उस से गुड्डू को शक हो गया था ।
गुड्डू ने अपनी सुपर टीम से कहा - तुम पीछे आओ मैं जाता इस हुकाला के पीछे ।
गुड्डू उस गाड़ी के पीछे पीछे दौड़ लगा रहा था हुकाला अपने रूप में आकर गाड़ी तेज पे तेज भगाए जा रहा था उसे अब पकड़े जाने की चिंता नहीं थी और गुड्डू को पीछे छोड़ते हुए बहुत आगे निकल गया गुड्डू ने अपने " रफ्तार जादूई कंचे " की मदद से रफ्तार कहा और गुड्डू की स्पीड इतनी तेज हो गई कि वह दौड़ता हुआ हुकाला के करीब आ गया
हुकाला देखकर दंग रह गया । गुड्डू इतनी रफ्तार से मेरे करीब दौड़ रहा था ।
गुड्डू ने अपना एक हाथ गाड़ी की खिड़की से अंदर घुसाया और हुकाला को बाहर खींच लिया और फिर दोनो सड़क किनारे गिरे तथा एक दूसरे को लात घूंसे मुक्के आदि मारना शुरू कर दिया.......
आज के लिए इतना ही शुक्रिया ✍️
लेखक : गुड्डू मुनीरी सिकंदराबादी
क्या होगा जादूई कंचे की शक्तियों के आने के बाद ,
क्या गुड्डू उस तब्दीली कंचे को हुकाला से छुड़ा पाएगा
क्या गुड्डू सभी कंचो की शक्तियों के इस्तेमाल से सुपर हीरो बन जायेगा सस्पेंस को जानने के लिए
आने वाला पार्ट (13) जरूर पढ़े ।
गुड्डू : द सुपर हीरो " रहस्य जादूई कंचे का"
Mohammed urooj khan
13-Feb-2024 01:24 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Khushbu
12-Feb-2024 11:13 PM
Nice one
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नंदिता राय
12-Feb-2024 04:50 PM
Nice
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